समय का सदुपयोग कैसे करें? (Good Use of Time)

samay ka sadupyog kaise kare?
समय का सदुपयोग

समय का सदुपयोग कैसे करें?

दोस्तों समय दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण और महँगी चीज़ हैं लेकिन चूँकि यह बिना किसी कष्ट के मानव को मिलता हैं और मानव की यह प्रवृत्ति होती हैं कि जो भी इसे बिना किसी कष्ट के मिले उसे यह ज्यादा अहमियत नही देता हैं। तो आज हम जानेगे की समय का सदुपयोग कैसे करें और कुछ अन्य टिप्स जिसे आपको जरूर जानना चाहिए।

    समय का सदुपयोग

    समय का सदुपयोग कुछ बहुत बड़ी बात नहीं हैं। अगर मैं कहूँ की आप सिर्फ समय का सदुपयोग से ही 90% सफल हो जाते हैं तो आपको बहुत आश्चर्य होगा लेकित ऐसा होता हैं। चलिए जानते हैं कैसे?

    दुनिया में समय का किस तरह से उपयोग करना हैं यह बहुत कम लोगो को पता होता हैं। लेकिन एक कारण यह भी हैं कि समय का सदुपयोग लोगो को उतना महवपूर्ण नहीं लगता हैं।

    आज भी लगभग 90% लोग सुबह से शाम और शाम से सुबह तक बिना किसी टाइम टेबल के ही जीवन को जी रहे है लेकिन अगर आपको सफलता की ऊँचाई पर पहुँचना हैं तो आपको हर वो काम जिसे बाकी के लोग नज़रअंदाज़ करते हैं आपको न सिर्फ करनी हैं बल्कि पूरी समर्पण और तरीके से करना होगा।

    आइए एक उदाहरण से समझे

    अगर आपका सपना बॉडीबिल्डिंग हैं तो आपको बॉडी तो बनानी ही हैं लेकिन आपको कुछ ऐसे भी काम करने हैं जिसे दूसरे बॉडी बिल्डर नज़रअंदाज़ करते हैं। 

    और वो काम बहुत आम से हो सकते हैं जैसे आप अगर बॉडी बिल्डिंग कर रहे हैं तो आपको हमेशा अपने आप को हाइड्रेटेड रखना होता हैं जिससे कि आपके पूरे शरीर में पोषक तत्त्व आसानी से पहुँच सके और ऐसा करके ही आप बाकी लोगो से एक कदम आगे निकल जाते हो।

    तो आपको इसी तरह से कई ऐसे छोटे छोटे रूटिंग मिल जाएंगे जिसके बारे में पता तो सबको होता हैं लेकिन कोई फॉलो नहीं करता हैं। जैसे सब सोचते होंगे पानी और बॉडी बिल्डिंग का क्या रिश्ता हो सकता हैं? 

    पानी से बॉडी बनाने का कुछ लेना देना नहीं हैं ये बात गलत हैं। चूँकि पानी आसानी से उपलब्ध हैं उसे उतनी प्राथमिकता नहीं दिया गया जितना कि प्रोटीन शेक और अन्य चीज़ को दिया जाता हैं।

    तो आप भले किसी भी फील्ड में क्यों न हो आप पाएंगे कि इन छोटी छोटी बातों को इस्तेमाल में ला कर न सिर्फ आप दुसरो को पछाड़ सकते हैं बल्कि सफलता भी पा सकते हैं और आप जो भी अतिरिक्त काम करेंगे वो आपके आपके समय का सदुपयोग हीं होग।

    अब आइये जानते हैं और भी प्रभावी तरिके से समय का सदुपयोग किस तरह से किया जा सकता हैं।

    तो अगर आप और भी प्रभावी तरिके से समय का उपयोग करना चाहते हैं तो उसका एक अच्छा तरीका "जर्नलिंग" हो सकता हैं तो क्या है यह और क्यों इतना उपयोगी है चलिए जानते हैं।

    जर्नलिंग क्या हैं?

    जर्नलिंग में आम तौर पर एक डायरी या पत्रिका रखने का अभ्यास शामिल होता है जिसमें आपके जीवन की घटनाओं के आसपास के विचारों और भावनाओं की पूरी जानकारी लिखी होती है और यह सभी जानकारी कोई और नहीं बल्कि आप खुद ही लिखते हैं।

    जर्नलिंग के क्या फायदे हैं?

    जर्नलिंग, एक स्ट्रेस मैनेजमेंट और अपने आप को जानने का एक बहुत सटीक तरीका हैं। इसे लगातार फॉलो किए जाने पर यह सबसे अच्छा काम करता है, लेकिन कभी-कभार, छिटपुट जर्नलिंग भी तनाव से राहत दिला सकती है। जब अभ्यास आभार या भावनात्मक प्रसंस्करण पर केंद्रित होता है।

    जर्नलिंग के साथ तनाव को कम करने के सबसे प्रभावी तरीकों में से एक तनावपूर्ण घटनाओं से संबंधित भावनाओं और विचारों के बारे में विस्तार से लिखना है। इससे आपको पता चल जाएगा कि क्या हुआ आपके साथ उसके पीछे का कारण क्या था? अगर आप अपनी समस्या की जड़ को समझ लेंगे तो फिर समस्या को छू मंतर आप खुद कर सकते हैं।

    जर्नलिंग के प्रकार

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    तो जर्नलिंग के कई प्रकार हो सकते हैं और लोग इसे अपनी लाइफ की परिस्थितियों के अनुसार बनाते हैं लेकिन एक जो सबसे समान जर्नलिंग का रूप होता हैं वो आप नीचे देख सकते हैं।

    डेली जर्नलिंग में क्या लिखे?

    तो आपको डेली जर्नलिंग में हमेशा ऐसे बातें लिखनी चाहिए जिससे आपको एक पॉजिटिव एनर्जी मिले, तो अगर आपके जीवन को एक अलग ही उचाई में ले जाना हैं तो आप एक पोसिटिव जर्नलिंग की शुरुआत कर सकते हैं।

    जर्नलिंग के कुछ तरीके

    जर्नलिंग तनाव से राहत के लिए एक अत्यधिक प्रभावी तरीका है और इसलिए इसे कई प्रकार से मेंटेन किया जा सकता हैं। यदि आपको पहले से ही जर्नलिंग की आदत है, तो इसे जारी रखें! लेकिन आप इसके अलावा कुछ नया आजमाना चाहे तो ऐसा कर सकते हैं।

    यदि आप जर्नलिंग में नए हैं, तो हमने यहां कई जर्नलिंग की अभ्यास कराने की कोशिश की है। तो आप अपने परिस्थिति के अनुसार अपने लिए सबसे अच्छा जर्नलिंग के रूप को चुन सकते हैं।

    #1 आभार जर्नल (Gratitude Journal)

    कुछ लोग दैनिक आभार पत्रिका रखते हैं, जहाँ वे प्रत्येक दिन के तीन या अधिक पहलुओं को सूचीबद्ध करते हैं, जिसके लिए वे आभारी हैं। यह तनाव से राहत के लिए एक अत्यधिक प्रभावी रणनीति है क्योंकि इससे आपको अपने जीवन में पहले से मौजूद संसाधनों पर ध्यान केंद्रित करने और इस समय अधिक सकारात्मक ऊर्जा बनाने में मदद मिलती है।

    भावनात्मक जर्नल (Emotional Journal)

    आप अपनी घटनाओं के भावनात्मक प्रतिक्रियाओं की अच्छी और सकारात्मक बातों के बारे में भी प्रतिदिन लिख सकते हैं जिससे आपके तनाव तो कम होंगे ही बल्कि इसके साथ-साथ आपमे मुकाबला करने का एक अलग की आग प्रकट हो जाएगा। जब आप सकारात्मक घटनाओ को ज्यादा प्राथमिकता देते हैं और लिखते हैं तो आपके जीवन से नेगेटिवीटी का प्रभाव बहुत कम हो जाता हैं।

    निजी जर्नल (Personal Journal)

    आप निजी जर्नल अपने किसी की कारण के साथ मेंटेन कर सकते हैं। अगर आप अपने पूरे दिन का हिसाब रखना हैं तो आप एक निजी जर्नल बना सकते हैं। आपको बस कुछ सेक्शन बनानी हैं जिसमे आपको उस सभी चीजों को लिखते हैं जिसे आप अपने जीवन मे कभी नहीं भूलना चाहते हैं।

    आप अपनी लक्ष्य को भी इसमें लिख सकते हैं। जैसे कि आज मुझे बुक के 50 पेज पढ़ने हैं, आज मुझे 2 km दौड़ना हैं व अन्य। क्योंकि चीजों को लिखने से आपका दिमाग में उन सभी चीजों का एक चित्र बन जाता हैं और वे चज़े आपके दिमाग मे बस जाते हैं और आपको उन्हें याद रखने में मदद मिलती है। इससे आपको तनाव से राहत मिल सकती है

    कब करें जर्नलिंग?

    आप जर्नलिंग को सुबह और सोने से पहले यानी रात को लिख सकते हैं। जैसे आपको सुबह में उन सभी चीज़ों की लिस्ट बना ले जिसे आपको पूरे दिन भर में करना हैं उसके बाद आपको रात में तब तक नहीं सोना हैं जब तक अपने सुबह जो लिखा हैं वो पूरा नहीं हो जाता हैं।

    और अगर आप चाहे तो रात में भी जर्नलिंग कर सकते हैं जिसमें आप अपने पूरे दिन का पूरा क्रियाकलापों को एनालाइज करके लिख सकते हैं। 

    ये तो बास कुछ तरीके हैं जिसका मुख्य उद्देश्य हैं आपको जर्नलिंग करने की ओर प्रेरित करना। बस आप जब भी करें जर्नलिंग पर जरूर करें और आप देखेंगे कि आप की प्रोडक्टिविटी बढ़ने लगी हैं और आप दिन में पहले से कही ज्यादा काम पूरा कर रहे होंगे।

    Quotes
    क्या जीतेगा वो जिसने हारने से
    पहले ही खुद को हारा हुआ मान लिया
    सितारे बुलंद होते हैं उनके
    जिसने हार से की लड़ाई
    और जीत से अपनी भूख मिटाई। - विशाल शर्मा


    निष्कर्ष (Conclusion)

    तो दोस्तो आज हमने सीखा कैसे आप अपने जर्नल की मदद से समय का सदुपयोग कर सकते हैं और आपको जॉर्नलिंग के बारे में भी हमने बताया तो अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो इसे शेयर करें।

    हमारे इस ब्लॉग को दोस्तों के साथ शेयर करें क्योंकि हम इस ब्लॉग में ऐसे ही धमकेरदार और मोटिवेशनल से भरपूर आर्टिकल्स लाते रहते हैं।

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